उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भाटापारा की ऐतिहासिक एवंगौरवशाली संस्था शासकीय गजानंद अग्रवाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय,अपनी स्थापना से आज तक की पचास वर्षों की विकास यात्रा पूर्ण करते हुए प्रगतिके पथ पर निरंतर अग्रसर है। उच्च शिक्षा के प्रतिउत्साही एवं लगनशील व्यक्तित्वों की संस्था ’’भाटापारा शिक्षा मंडल’’ द्वारा 4 सितम्बर 1964 को कला एवं वाणिज्यमहाविद्यालय के रूप में स्थापित यह महाविद्यालय 50 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा पूर्ण करते हुए स्वर्ण जयंतीसमारोह का आयोजन कर रहा है। नगर के ऐसे अग्रणी लोगों में श्री राम नारायण शुक्ल, श्री बलभद्र प्रसाद शुक्ल, श्री बलराम भाई, श्री राधेश्याम पुरोहित, श्री ठाकुर परमेश्वर सिंह, श्री रामप्रताप चाण्डक, श्री माता दीन अग्रवाल, श्री गजानंद अग्रवाल, डॉ.एल. जीवनमल, श्री गुलाबचंद अग्रवाल, श्री शिव प्रसाद अग्रवाल आदि महानुभावों के सौजन्य सेमहाविद्यालय भवन व विशाल परिसर सामने आया। इसी कड़ी में ग्यारसी लाल अग्रवाल, हाजी नूर मोहम्मद, मोहम्मद याकूब जैसे नगर के कई दानदाताओं का अमूल्य सहयोगरहा। यह महाविद्यालय पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर का प्रथम संबद्धताप्राप्त महाविद्यालय है, जिसका उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति डॉ. बाबूराम सक्सेना ने इसमहाविद्यालय को अपने विश्वविद्यालय का प्रथम दत्तक पुत्र कहाथा। इस निजी महाविद्यालय को म.प्र. शासन द्वारादिनांक 01 जनवरी 1975 को शासनाधीन किया गया। महाविद्यालय में विज्ञान संकाय सन् 1982 से प्रारंभ किया गया। सन् 2007 में महाविद्यालय को स्नातकोत्तर महाविद्यालयकी मान्यता प्राप्त हुई। महाविद्यालय की वर्तमान अधोसंरचना के अंतर्गतमहाविद्यालय के पास लगभग 21.38 एकड़ जमीन, तीन शैक्षणिक भवन, ग्रंथालय भवन, कन्या छात्रावास एवं एक वृहत स्पोटर्स काम्पलेक्सहै। (450 सीटर लागत लगभग 4.33 करोड़) आडिटोरियम निर्माणाधीन है। वर्तमान में महाविद्यालय में तीन संकायों-कला, वाणिज्य एवं विज्ञान में अध्ययन-अध्यापन की समुचित व्यवस्था है। कुल आठविषयों-हिन्दी, अंग्रेजी, राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, वाणिज्य, रसायनशास्त्र एवं गणित में स्नातकोत्तर कक्षाएं हैं। जनभागीदारी समिति द्वारापी.जी.डी.सी.ए. कोर्स का संचालन भी हो रहा है। 01 सितंम्बर 2013से हिन्दीविषय में शोधकेन्द्र की स्थापना हुई। योग्य एवं समर्पित प्राध्यापकों के कुशलअध्यापन एवं मार्गदर्शन में उत्तम शैक्षणिक एवं अकादमिक वातावरण, उत्तम परीक्षा परिणाम, शोध उपाधि प्राप्ति एवं राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय सेमिनारों के आयोजन एवंप्रतिभागिता महाविद्यालय की उल्लेखनीय उपलब्धियां हैं। यह महाविद्यालय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा सेक्षन 2(एफ) तथा 12(बी) में पंजीकृत है। यू.जी.सी. मद से 80 लाख की लागत से कन्या छात्रावास का निर्माणहुआ तथा 70 लाख की लागत से स्पोटर्स काम्प्लेक्स एवं रूसा, राज्य शासन मद (2.40करोड़) से 14 अतिरिक्त कक्ष एवं 70 लाख से लैब हेतु नवीन सुविधाएं निर्मित किया गया है। तथा ग्यारहवीं पंचवर्षीययोजनांतर्गत मूलभूत सुविधाओं हेतु विभिन्न मदों से 32,38,333रू. राशिप्राप्त हुई। महाविद्यालय में खेलकूद, राष्ट्रीय सेवा योजना, इको क्लब एवं रेडक्रास के अंतर्गत महत्वपूर्ण गतिविधियां संचालित होती हैं।